असम समझौते के खंड 6 के लिए उच्च स्तरीय समिति
एचएलसी को भारत सरकार के गृह मंत्रालय को पूर्वोत्तर प्रभाग द्वारा सेवा प्रदान की जाएगी।
उच्च स्तरीय समिति में निम्नलिखित व्यक्ति शामिल हैं:
श्री एम.पी. बेजबरौआ, भाप्रसे (सेवानिवृत्त) – अध्यक्षश्री सुभाष दास, भाप्रसे (सेवानिवृत्त) – सदस्यडॉ. नागेन सैकिया- सदस्य, पूर्व अध्यक्ष, असम साहित्य सभाश्री धीरेन बेजबरुआ, - सदस्य, द सेंटिनल के पूर्व संपादकडॉ. मुकुंद राजबंशी, - सदस्य, शिक्षाशास्रश्री रमेश बोरपात्रगोहिन, - सदस्य, महाधिवक्ता, असमश्री रोंगबोंग टेरांग, - सदस्य ,पूर्व अध्यक्ष, असम साहित्य सभाऑल असम स्टूडेंट्स यूनियन का एक प्रतिनिधि– सदस्यसंयुक्त सचिव, गृह मंत्रालय - सदस्य सचिव
समिति के लिए संदर्भ की शर्तें इस प्रकार हैं
समिति असम समझौते के खंड 6 को लागू करने के लिए 1985 सेअब तक की गई कार्रवाइयों की प्रभावशीलता की जांच करेगी।समिति विभिन्न संगठनों, सामाजिक संगठनों, कानूनी और संवैधानिक विशेषज्ञों, कला, संस्कृति और साहित्य के क्षेत्र के प्रतिष्ठित व्यक्तियों, संरक्षणवादियों, अर्थशास्त्रियों, भाषाविदों और समाजशास्त्रियों के साथ विचार-विमर्श करेगी।समिति असमिया लोगों के लिए असम विधानसभा और स्थानीय निकाय में सीटों के आरक्षण के उपयुक्त स्तर का आकलन करेगी।समिति असमिया और असम की अन्य स्थानीय भाषाओं की सुरक्षा के लिए किए जाने वाले उपायों का भी सुझाव देगी।समिति असमिया लोगों के लिए असम सरकार के तहत रोजगार में आरक्षण के उचित स्तर की सिफारिश करेगी।समिति असम के लोगों की सांस्कृतिक, सामाजिक, भाषाई पहचान और विरासत की रक्षा, संरक्षण और संवर्धन के लिए आवश्यक अन्य उपाय सुझा सकती है।
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