अंटार्कटिका की रहस्यमयी झील
अंटार्कटिका की एक रहस्यमयी झील को खोजने में वैज्ञानिकों ने कामयाबी हासिल कर ली है। यह झील आकार में मेनहट्टन से दोगुनी है। बर्फ से 3,500 फीट नीचे दबी और पानी से भरी इस झील को आधिकारिक रूप से सबग्लेसियल लेक मर्सर के नाम से जाना जाता है। करीब एक दशक पहले मर्सर सबग्लेसियल झील को पहली बार सैटेलाइट के जरिए खोजा गया था। तब इस झील को सैटेलाइट तस्वीरों के जरिए सिर्फ देखा गया था।
क्या है
रिपोर्ट्स के अनुसार करीब 400 झील अंटार्कटिका की आइसशीट के नीचे दबी हुई हैं। एक्सपर्ट का कहना है कि यहां जीवन की संभावनाएं मंगल, चंद्रमा, जूपिटर आदि ग्रहों पर भी जीवन होने की उम्मीद को जगा सकती हैं।इस झील का पानी फिल्टर पानी जितना ही साफ है। दरअसल झील के पानी की स्वच्छता का परीक्षण भी ड्रिलिंग प्रोसेस का हिस्सा था। दो बार के परीक्षण में पानी को पूरी तरह साफ पाया गया। मर्सर सबग्लेसियल सक्रिय झील है, जो पश्चिम अंटार्कटिका आइसशीट के फास्ट मूविंग सेक्शन द विलियंस आइस प्लेन के नीचे है।द सबग्लेसियल अंटार्कटिका लेक्स साइंटिफिक एक्सेस (SALSA) टीम के मुताबिक मर्सर सबग्लेसियल झील तक पहुंचने में दो दिन लगे। टीम ने जमी हुई बर्फीली नदी में गर्म पानी ड्रिल के उच्च-दबाव के साथ पिघलाकर अपने लिए रास्ता बनाया। चार दिन की कड़ी मशक्कत के बाद ड्रिल टीम ने काम शुरू किया। अगले कुछ दिनों में शोधकर्ताओं की टीम झील की गहराई, तापमान और साफ-सफाई पर अधिक अध्ययन करने की योजना बना रही है।
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