आकांक्षी जिलों की दूसरी डेल्टा रैंकिंग जारी
नीति आयोग ने 27 दिसम्बर 2018 को आकांक्षी जिलों के लिए दूसरी डेल्टा रैंकिंग जारी की जिसके तहत 1 जून, 2018 से लेकर 31 अक्टूबर, 2018 के बीच स्वास्थ्य एवं पोषण, शिक्षा, कृषि एवं जल संसाधन, वित्तीय समावेश, कौशल विकास और मूल बुनियादी ढांचे से जुड़े छह विकास क्षेत्रों में इन जिलों द्वारा की गई प्रगति को मापा गया है। ‘परिवारों के बीच कराए गए सर्वेक्षणों’ के मान्य डेटा रैंकिंग में शामिल किए गए हैं।
क्या है
ये सर्वेक्षण नीति आयोग के ज्ञान साझेदारों जैसे कि टाटा ट्रस्ट्स और बिल एंड मेलिंदा गेट्स फाउंडेशन (आईडीइनसाइट) द्वारा कराए गए हैं। ये सर्वेक्षण जून माह के दौरान सभी आकांक्षी जिलों में कराए गए जिनके तहत 1,00,000 से भी अधिक परिवारों को कवर किया गया।इसमें तीसरे पक्ष (थर्ड पार्टी) द्वारा सत्यापित आंकड़ों के उपयोग के जरिये आकांक्षी जिलों में गुणात्मक विकास का पारदर्शी एवं वास्तविक समय पर आकलन सुनिश्चित करने के लिए निरंतर प्रयास किए गए हैं। इससे साक्ष्य आधारित नीति निर्माण की बुनियाद या आधारों पर प्रतिस्पर्धी एवं सहकारी संघवाद की भावना और ज्यादा मजबूत होगी।’जून और अक्टूबर 2018 के दौरान संयुक्त रूप से हुई बेहतरी को ध्यान में रखते हुए डेल्टा रैंकिंग की गणना पारदर्शी ढंग से की गई है।
समग्र रैंकिंग में सर्वाधिक बेहतरी दर्शाने वाले जिले निम्नलिखित हैं
रैंक
जिला
राज्य
1
विरुधुनगर
तमिलनाडु
2
नुआपाड़ा
ओडिशा
3
सिद्धार्थनगर
उत्तर प्रदेश
4
औरंगाबाद
बिहार
5
कोरापुट
ओडिशा
दूसरी डेल्टा रैंकिंग में जून-अक्टूबर 2018 के दौरान सबसे कम बेहतरी दर्शाने वाले निम्नलिखित जिलों का भी विवरण दिया गया है :
रैंक
जिला
राज्य
107
किफायर
नगालैंड
108
गिरिडीह
झारखंड
109
चतरा
झारखंड
110
हैलाकांडी
असम
111
पाकुड़
झारखंड
जिन जिलों ने जून और अक्टूबर 2018 के बीच बड़ी पहल की है और अपने-अपने स्कोर में गुणात्मक छलांग लगाई है उन्हें‘फास्ट मूवर्स’ की संज्ञा दी गई है
जिला, राज्य
जून 2018
अक्टूबर 2018
कुपवाड़ा,
जम्मू-कश्मीर
108
7
रांची,
झारखंड
106
10
सिद्धार्थनगर,
उत्तर प्रदेश
103
3
जमुई,
बिहार
99
9
फतेहपुर,
उत्तर प्रदेश
82
25
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